बिल्कुल सही गुरूजी, आप सही कह रहे हैं , धर्म , जाति जैसे ढकोसलों पर मैं विश्वास नहीं क बिल्कुल सही गुरूजी, आप सही कह रहे हैं , धर्म , जाति जैसे ढकोसलों पर मैं विश्वास ...
मेरी हिंदी उन्हें काफी अच्छी लगी थी, मुंबई की आम बोलचाल हिंदी की अपेक्षा गृहस्वामी बोले-तुम पढ़ाई क्... मेरी हिंदी उन्हें काफी अच्छी लगी थी, मुंबई की आम बोलचाल हिंदी की अपेक्षा गृहस्वा...
पर आज नानी नहीं है और न ही वो बचपन, बस हैं तो कुछ ख़ुशनुमा यादें उनकी...! पर आज नानी नहीं है और न ही वो बचपन, बस हैं तो कुछ ख़ुशनुमा यादें उनकी...!
इस चूहे-बिल्ली की दौड़ में तुझे मेरी गोद मे ही शरण मिलती थी। मैं तुझे बचाते हुए इस चूहे-बिल्ली की दौड़ में तुझे मेरी गोद मे ही शरण मिलती थी। मैं तुझे बचाते हुए
सूनी गोद का बोझ इस संसार में इस बोझ से कहीं ज्यादा था। सूनी गोद का बोझ इस संसार में इस बोझ से कहीं ज्यादा था।
वह रोता हुआ अपनी मां के पास आता है। तो वह समझाते हुए कहती है कि तुम भगवान की गोद प्राप्त करो वह रोता हुआ अपनी मां के पास आता है। तो वह समझाते हुए कहती है कि तुम भगवान की गोद...